दोस्ती,

दोस्ती की व्याख्या

दोस्ती,
   दोस्ती के बारे मे जितना लिखे उतना कम है, लेकिन में दोस्ती के बारे मे दो शब्द लिखना चाहूंगा।
   दोस्त वो नही होते जो हमारी खुशी में हमारा साथ दे, दोस्त वो होता है जो हमारी खुशी मे साथ दे या न दे लेकिन हमारे दुःख के समय सबसे आगे होता है। दोस्ती खून का रिश्ता नहीं होता लेकिन वो खून के रिश्ते से कम नहीं होता। दोस्त वो नहीं होता हे की जो हम गलत रास्ते जाते हैं और हमे कुछ न कहे और गलत रास्ते जाते हुए हमारा साथ दे। लेकिन सच्चा दोस्त वो होता है कि हम कोई गलत रास्ते जाय तो हमे टोके और गलत रास्ते जाते हुए हमे सही रास्ता दिखाएं।
    दोस्त हमेशा निस्वार्थ हमारा साथ देता है और हमारी मदद भी करता है। दोस्त हमे अकेले होते हुए भी अकेले होने का एहसास भी नहीं होने देता। जब कोई भी मुसीबत मे फसे हुए हो तो सबसे पहले हमे अपने सबसे अच्छे दोस्त की याद दिला देता है। हमारे पास एक ऐसा भी दोस्त होना चाहिए कि हम उससे कोई भी बात न छुपा सके हमारा सारा रहस्य वो जानता हो। हमारे पास एक सच्चा दोस्त होगा और वो हमारा सभी सुख दुःख जानता होगा तो कभी हम परेशानी में नहीं फसेंगे। 
    दोस्त पैसे से अमीर नहीं होगा तो चलेगा लेकिन दिल का अच्छा होना चाहिए हमे ऐसा दोस्त बनाना चाहिए की हमे अपने आप पे गर्व हो की मेरे पास सबसे अच्छा दोस्त है।
    दोस्त के लिए में दो शब्द सायरी के रूप मे लिखना चाहूंगा,
        रिस्तो से बड़ी चाहत क्या होगी,
            दोस्ती से बड़ी इबादत क्या होगी।
        जिसे दोस्त मिले आप तुम जैसे,
            उसे जिंदगी से शिकायत क्या होगी।
By.Pradip Chaudhary 
     Love u yaroo 😘
 
    

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